भारत में कॉल स्कैम की घटनाओं में पिछले कुछ वर्षों में काफी वृद्धि हुई है। साइबर अपराधी विभिन्न तरीकों से लोगों को ठगने की कोशिश करते हैं, जिससे उन्हें वित्तीय और मानसिक दोनों तरह का नुकसान होता है।
कॉल स्कैम के कुछ आम तरीके:
¤ फर्जी कॉल:
आपको कोई फोन आता है जिसमें आपको बैंक अधिकारी, पुलिस अधिकारी, या किसी प्रसिद्ध कंपनी का प्रतिनिधि बताया जाता है। आपको सूचित किया जाता है कि आपके खाते में कोई समस्या है, आपको कोई इनाम मिला है, या आपको किसी कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ सकता है। इन स्कैम में आपको घबराने की कोशिश की जाती है और आपसे आपका व्यक्तिगत जानकारी या बैंक विवरण साझा करने के लिए कहा जाता है।
¤ लॉटरी स्कैम:
आपको सूचित किया जाता है कि आपने किसी बड़ी लॉटरी में जीत हासिल की है। लेकिन आपको ईनाम पाने के लिए पहले कुछ पैसे भेजने के लिए कहा जाता है। यह एक जाल है और आपको कभी भी कोई ईनाम नहीं मिलेगा।
¤ रोबोट कॉल:
आपको स्वचालित कॉल मिलती हैं जिसमें आपको विभिन्न प्रकार के उत्पादों या सेवाओं का प्रचार किया जाता है। इन कॉलों में आपको किसी नंबर पर कॉल बैक करने के लिए कहा जा सकता है, जिससे आपको भारी बिल भरना पड़ सकता है।
¤ जॉब ऑफर:
ठग आपको किसी बड़ी कंपनी में नौकरी का झांसा देते हैं और आपको रजिस्ट्रेशन शुल्क जमा करने के लिए कहते हैं। एक बार जब आप पैसे जमा कर देते हैं तो वे गायब हो जाते हैं।
¤ किसी रिश्तेदार के साथ दुर्घटना होने का झांसा:
ठग आपको फोन करके बताते हैं कि आपके किसी रिश्तेदार के साथ कोई दुर्घटना हो गई है l उन्हें तुरंत इलाज के लिए पैसे की जरूरत है। इस तरह वे भावनात्मक रूप से आपको ब्लैकमेल करके पैसे ठग लेते हैं।
¤ सिम स्वैप स्कैम:
साइबर अपराधी आपके सिम कार्ड को अपने कब्जे में ले लेते हैं और उसका इस्तेमाल आपके बैंक खातों और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी तक पहुंचने के लिए करते हैं।
अपने आप को कॉल स्कैम से कैसे बचाएं:
■ अनजान नंबरों से कॉल का उत्तर न दें: यदि आपको किसी अनजान नंबर से कॉल आता है, तो उसका उत्तर देने से पहले सावधानी बरतें। आप उस नंबर के बारे में ऑनलाइन सर्च कर सकते हैं या किसी भरोसेमंद व्यक्ति से पूछ सकते हैं।
■ अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें: किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने बैंक खाते का विवरण, आधार कार्ड नंबर, या अन्य व्यक्तिगत जानकारी न बताएं। भरोसेमंद संस्थाएं फोन पर इस तरह की जानकारी नहीं मांगती हैं।
■ लालच में न आएं: अगर कोई आपको लॉटरी जीतने का लालच देता है या कोई बड़ा लाभ देने का वादा करता है, तो सतर्क हो जाएं। आमतौर पर इस तरह के वादे झूठे होते हैं और ठग आपको ठगी का शिकार बनाने की कोशिश कर रहे होते हैं।
■ अपने बैंक को सूचित करें: अगर आपको किसी भी तरह का संदेह होता है कि आपके बैंक खाते के साथ कोई छेड़छाड़ हुई है या कोई धोखाधड़ी हुई है, तो तुरंत अपने बैंक को सूचित करें। बैंक आपकी मदद करेगा और आपके खाते को सुरक्षित करेगा।
■ आपातकालीन सेवाओं के लिए आधिकारिक नंबरों का उपयोग करें: यदि आपको कभी भी किसी आपातकालीन सेवा की आवश्यकता होती है, तो आधिकारिक नंबरों का उपयोग करें। 100 (पुलिस), 101 (फायर) और 108 (एम्बुलेंस) के अलावा किसी अन्य नंबर पर कॉल न करें।
■ एंटी-वायरस और एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें: अपने कंप्यूटर और स्मार्टफ़ोन पर एंटी-वायरस और एंटी-मैलवेयर सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें ताकि अपने डिवाइस को मैलवेयर से सुरक्षित रखें।
■ अपने बैंक और मोबाइल सेवा प्रदाता को सूचित करें: यदि आपको लगता है कि आप कॉल स्कैम के शिकार हो गए हैं, तो तुरंत अपने बैंक और मोबाइल सेवा प्रदाता को सूचित करें।
■ साइबर सेल से संपर्क करें: अगर आप किसी फ़ोन कॉल स्कैम का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत अपने नजदीकी साइबर सेल से संपर्क करें। साइबर सेल मामले की जांच करेगा और ठगों को पकड़ने की कोशिश करेगा।
भारत सरकार कॉल स्कैम को रोकने के लिए कई कदम उठा रही है। इसमें शामिल हैं :
● साइबर अपराध को रोकने के लिए कड़े कानून बनाना l
● साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए साइबर पुलिस स्टेशन स्थापित करना l
● लोगों को कॉल स्कैम के बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाना l
आप भी कॉल स्कैम से खुद को और अपने परिवार को बचा सकते हैं। सावधान रहें, सतर्क रहें और किसी भी अनजान कॉल पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें l
इन सावधानियों को ध्यान में रखकर आप फ़ोन कॉल स्कैम से खुद को बचा सकते हैं। अगर आपको इस तरह के किसी कॉल के बारे में पता चलता है, तो इसकी सूचना दूसरों को भी दें। साथ ही, साइबर जागरूकता अभियानों में भाग लेकर दूसरों को भी इस बारे में जागरूक करें।