भारत ने रोमांचक जीत के साथ श्रृंखला में बढ़त बनाई
पहला दिन: इंग्लैंड का नियंत्रण
पहले दिन इंग्लैंड ने शानदार खेल दिखाया। जो रूट ने शानदार शतक (टेस्ट में उनका 31वां और भारत के खिलाफ 10वां) लगाया और टीम को मजबूत स्थिति में पहुँचाया। शुरुआती झटकों के बावजूद, रूट की अडिग पारी और बेन फोक्स के साथ उनकी महत्वपूर्ण साझेदारी ने इंग्लैंड को आगे बढ़ाया। भारत के पदार्पण कर रहे गेंदबाज़, आकाश दीप ने प्रभावित किया। दो महत्वपूर्ण विकेट लेकर उन्होंने इंग्लैंड को पूरी तरह से हावी नहीं होने दिया।
दूसरा दिन: इंग्लैंड का पलड़ा भारी
दूसरे दिन भी इंग्लैंड ने अपनी पकड़ मजबूत की। जो रूट और ओली रॉबिन्सन ने अहम भूमिका निभाई। रूट के शतक ने बुनियाद रखी, जबकि रॉबिन्सन ने अपना पहला टेस्ट अर्धशतक जड़कर स्कोरबोर्ड पर मूल्यवान रन जोड़े। भारत के यशस्वी जायसवाल ने जुझारू अर्धशतक लगाया और सरफराज खान ने भी दृढ़ निश्चय दिखाया। शोएब बशीर के उम्दा गेंदबाजी प्रदर्शन ने इंग्लैंड के कद को और बढ़ाया। हालाँकि कुलदीप यादव और ध्रुव जुरेल के प्रतिरोध ने सुनिश्चित किया कि भारत दिन का खेल कुछ उम्मीद के साथ समाप्त करे।
तीसरा दिन: भारत ने की शानदार वापसी
तीसरे दिन पूरी बाजी पलट गई। भारत ने शानदार वापसी की। ध्रुव जुरेल की लोहे जैसी पारी और रविचंद्रन अश्विन (पांच विकेट) तथा कुलदीप यादव (4 विकेट) के घातक गेंदबाज़ी प्रदर्शन ने भारत को मैच में मज़बूत स्थिति में ला दिया। शुरुआती मुश्किलों के बावजूद, भारत ने दृढ़ संकल्प दिखाते हुए इंग्लैंड की बढ़त को केवल 46 रनों तक सीमित कर दिया। दूसरी पारी में जेक क्रॉली की आक्रामक अर्धशतकीय पारी से इंग्लैंड ने कुछ संभलने की कोशिश की, लेकिन भारतीय गेंदबाज़ तेज़ तर्रार रहे और नियमित अंतराल पर विकेट चटकाते रहे।
चौथा दिन: भारत की श्रृंखला जीत
जीत के लिए 192 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए, भारत के सलामी बल्लेबाजों, रोहित शर्मा और यशस्वी जायसवाल ने ठोस शुरुआत की। शुभमन गिल और ध्रुव जुरेल की साझेदारी भारत की जीत में निर्णायक साबित हुई। गिल ने शानदार धैर्य दिखाते हुए एक रक्षात्मक अर्धशतक लगाया, जिसमें केवल दो छक्के और कोई चौका नहीं था। जुरेल नाबाद रहे और भारत को आसानी से जीत के पार पहुँचा दिया।
मैच के बाद की प्रतिक्रियाएँ
भारत के कप्तान रोहित शर्मा ने कड़ी मेहनत से मिली इस श्रृंखला जीत पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने युवाओं के योगदान और चुनौतियों से पार पाने की टीम की क्षमता पर प्रकाश डाला। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने भारत की जीत को स्वीकार किया और अपने युवा गेंदबाजों के प्रयासों की सराहना की। भारत की जीत के नायकों में से एक, शुभमन गिल ने सलामी बल्लेबाजों की साझेदारी और टीम के सामूहिक प्रयास की प्रशंसा की।
निष्कर्ष
चौथे टेस्ट मैच में भारत की जीत उसके लचीलेपन और हर परिस्थिति में खेलने की काबिलियत का प्रमाण है। शुरू में अच्छा खेलने के बावजूद, इंग्लैंड भारत की शानदार वापसी के आगे घुटने टेक गया। यह श्रृंखला जीत टेस्ट क्रिकेट में भारत के प्रभुत्व पर मुहर लगाती है, जबकि इंग्लैंड को अंतिम टेस्ट मैच में फिर से संगठित होकर जोरदार वापसी करनी होगी।